भारत में सस्ती कीमत पर चिकित्सा शिक्षा एवं बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाओं के उच्च मानकों लिए, उत्कृष्ट चिकित्सा कार्यबल विकसित करने के लिए संसद के एक अधिनियम के माध्यम से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स को स्थापित किया गया है। परिवार के एक हिस्से के रुप में एम्स पटना एक उत्कृष्ट शिक्षा संस्थान के रुप में आगे बढ़ रहा है और इसके साथ ही बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं,प्रशिक्षण, शिक्षा और अनुसंधान को प्रदान करने के लिए खुद को स्थापित कर रहा है।
बिहार की राजधानी पटना में स्थित एम्स भारत का एक अग्रणी चिकित्सा संस्थान है जो उत्कृष्ट स्वास्थ सेवाएं प्रदान करने एवं चिकित्सा अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। एम्स, पटना की स्थापना 2012 में की गई थी। चिकित्सा शिक्षा एवं रोगी देखभाल के लिए बनने वाले छह उत्कृष्ट केंद्रों में से पहले पटना एम्स की स्थापना हुई थी। एम्स पटना, अकादमिक, मरीज प्रबंधन, शिक्षण, प्रशिक्षण, परिसर, संकाय , छात्र विकास एवं वैश्विक मानकों में सर्वोत्तम स्थान हासिल करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। एम्स, पटना अत्याधुनिक एवं घरेलू सुविधाओं के साथ समाज के सबसे वंचित व्यक्तियों की सेवा करने के लिए भी प्रतिबद्ध है।
बतौर एम्स के कार्यकारी निदेशक और सीईओ के मेरे दो साल के कार्यकाल के दौरान संस्थान ने मेरे नेतृत्व में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पहचान बनाई है। वर्ष 2023 और 2024 में संयुक्त राज्य अमेरिका की वैश्विक स्वास्थ्य रेटिंग एजेंसी न्यूजवीक स्टेटिस्टा के स्वतंत्र विश्लेषण में पटना एम्स को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ अस्पतालों में शुमार किया गया है। इसके अतिरिक्त, एम्स पटना ने 2023 की एनआईआरएफ रैकिंग में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा घोषित र्शीष 50 चिकित्सा संस्थानों में चिकित्सा की श्रेणी में 27वां स्थान हासिल किया है।